Got my self in the net of literature this time and found a marvelous piece of work By Satinder Sartaj. It would be unfair and inappropriate for him if you stop yourself from listening the song (Ishqe layi Kurbaniyan) after reading the gorgeous lyrics here.
की हुन गल सुनियाए शीरी ते फरहादा दी, डाडे ओखे पर्बत पार के नीर वगाने
करके अंक्ख मटक्के इश्क लडौने सौखे ने, हुंदी मुश्किल ऐ जद पैंदे तोड़ निभाने
हुन नी करदा कोई इश्क लई कुरबानिया, पेलां वफादार सी अज दे आशिक स्याने
हुन नी करदा कोई इश्क लई कुरबानिया, पेलां वफादार सी अज दे आशिक स्याने
बारा साल चरैयाँ मजिया रांझे चाक ने, अज-कल रांझे बन गए एस उमर दे न्याने
जी हुन नी करदा कोई इश्क लई कुरबानिया, पेलां वफादार सी अज दे आशिक स्याने
इश्क इबादत सी जद यार खुदा सी उस वेले, दीन इमान ओदो सी करके कौल पुगाने
इश्क इबादत सी जद यार खुदा सी उस वेले, दीन इमान ओदो सी करके कौल पुगाने
पर हुन विकदे रब्ब बज्जारी सस्ते भा लगदे, कैसी बणी इबादत रब दी ओही जाणे
जी हुन नी करदा कोई इश्क लई कुरबानिया, पेलां वफादार सी अज दे आशिक स्याने
पाक मोहोबत पहलां दिल मिलियाँ दे सौदे सी, हुण ता सोच समझ के बुन दे ताने-बाने
पाक मोहोबत पहलां दिल मिलियाँ दे सौदे सी, हुण ता सोच समझ के बुन दे ताने-बाने
अखियाँ मीच के हुण कोई षाल चन्हा विच मारे ना, बस चुप करके मन लेंदे ने रब दे भाणे
जी हुन नी करदा कोई इश्क लई कुरबानिया, पेलां वफादार सी अज दे आशिक स्याने
कोई नी लड़के मरदा अज-कल वंगर मिर्जे दे, पल विच करण किनारा बन के बीबे राणे
कोई नी लड़के मरदा अज-कल वंगर मिर्जे दे, पल विच करण किनारा बन के बीबे राणे
अखियाँ यार दियां विच नशा किसे नु लबदा नई, हुण तां सौ जांदे ने बोतल रख सराने
जी हुन नी करदा कोई इश्क लई कुरबानिया............................
अखीं देख के दुखड़ा ईक व़ी हंजु गिरदा नई, हुण तां हस्दे-हस्दे जांदे लोक मकाने
अखीं देख के दुखड़ा ईक व़ी हंजु गिरदा नई, हुण तां हस्दे-हस्दे जांदे लोक मकाने
जे कोई वांग SATINDER गल करे जज्बाता दी, ओहनू केंदे एहदी है नी अक्कल तिक्काने
जी हुन नी करदा कोई इश्क लई कुरबानिया, पेलां वफादार सी अज दे आशिक स्याने
बारा साल चरैयाँ मजिया रांझे चाक ने, अज-कल रांझे बन गए मेरे वर गे न्याने
जी हुन नी करदा कोई इश्क लई कुरबानिया, पेलां वफादार सी अज दे आशिक स्याने
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